Tempered Glass Buying Guide: टूटने वाला टेंपर्ड ग्लास ही आपके फोन का असली दोस्त! स्क्रीन गार्ड खरीदने समय इन बातों का रखें ध्यान

AhmadJunaidBlogNovember 26, 2025363 Views


Tempered Glass Guide: आजकल हर स्मार्टफोन पर टेंपर्ड ग्लास लगा होता है। लोगों को लगता है कि यह उनके महंगे फोन की स्क्रीन को टूटने से बचा लेगा, लेकिन सच यह है कि हर टेंपर्ड ग्लास स्क्रीन को पूरी तरह सुरक्षित नहीं रख पाता। हालांकि कई बार फोन गिरने पर टेंपर्ड ग्लास खुद तो टूट जाता है, पर स्क्रीन बच जाती है और यही सबसे अच्छी बात है।

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क्यों टूटता है टेंपर्ड ग्लास?

टेंपर्ड ग्लास को इस तरह बनाया जाता है कि जब फोन गिरता है तो झटके की पूरी ताकत सबसे पहले उसी पर लगे। यही वजह है कि वह खुद टूटकर एनर्जी को फैला देता है और फोन की असली स्क्रीन को नुकसान नहीं होने देता।

हालांकि, कुछ लोग यह गलती करते हैं कि वे सोचते हैं कि जो टेंपर्ड ग्लास नहीं टूट रहा है, वह अच्छा है। दुकानदार भी अक्सर हथौड़ी से टेंपर्ड तोड़कर उसकी मजबूती दिखाते हैं, लेकिन यह आपकी सबसे बड़ी भूल हो सकती है। अगर टेंपर्ड टूटेगा ही नहीं, तो इसका मतलब है कि पूरा झटका सीधा आपके फोन की स्क्रीन पर लगा है, और ऐसे में असली स्क्रीन में क्रैक आने की संभावना बढ़ जाती है।

इसलिए, अगर फोन स्क्रीन की तरफ से गिरा और टेंपर्ड ग्लास टूट गया, तो इसे एक अच्छा संकेत मानें। 

गलत टेंपर्ड ग्लास के नुकसान

कई बार ऐसा भी होता है कि टेंपर्ड ग्लास बिल्कुल नहीं टूटता और असली स्क्रीन में क्रैक आ जाता है। इसका कारण सस्ता, कमजोर या गलत फिटिंग वाला ग्लास हो सकता है।

  • कमजोर फिटिंग: अगर टेंपर्ड ठीक से चिपका नहीं है या उसके किनारों पर गैप है, तो गिरने पर झटका सीधा स्क्रीन तक पहुंच सकता है।
  • एज-ओनली ग्लू: कुछ सस्ते ग्लास सिर्फ किनारों से चिपकते हैं, बीच में हवा रहती है। ऐसे में फोन के गिरने पर पूरी ताकत फोन की स्क्रीन पर चली जाती है। खास तौर पर कर्व्ड स्क्रीन वाले फोन में साधारण ग्लास ठीक से फिट नहीं होता।
  • बबल्स: गलत इंस्टॉलेशन के कारण बने छोटे-छोटे एयर बबल्स भी गिरने पर फोन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

सही टेंपर्ड ग्लास कैसे चुनें?

सही टेंपर्ड ग्लास चुनने के लिए इन बातों का ध्यान रखें

  1. मॉडल-स्पेसिफिक: हमेशा वह ग्लास खरीदें जो आपके फोन मॉडल के लिए ही बना हो।
     
  2. फुल ग्लू (Full Glue): केवल किनारों से चिपकने वाले (Edge-only glue) ग्लास से बचें। ऐसा फुल चिपकने वाला ग्लास लें जिसका पूरा हिस्सा स्क्रीन पर ठीक से चिपकता हो। यह गिरने पर झटके को फैलाकर स्क्रीन को बचाता है।
     
  3. सही मोटाई: ग्लास की मोटाई लगभग 0.3 mm के आसपास होनी चाहिए। यह झटका झेलने और टच को खराब न करने के बीच एक अच्छा बैलेंस देता है।
     
  4. ओलेओफोबिक कोटिंग: अगर ग्लास पर ओलेओफोबिक कोटिंग हो, तो फिंगरप्रिंट कम लगते हैं और स्क्रीन साफ रहती है।

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